फतेहपुर के सरस कवि जीवन जिद्दी के काव्य रस से सराबोर हुई प्रयाग नगरी
असोथर/फतेहपुर।उत्तर प्रदेश के जनपद प्रयागराज मुंडेरा में नवीन शिशु मंदिर बेगम सराय कैलाशपुरी में हिन्दी संस्थान साहित्य घराना आरा बिहार के सौजन्य से विशाल कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।इस कवि सम्मेलन में देश के कोने कोने से आये हुए प्रसिद्ध कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़ीं जनपद फतेहपुर के हसवा विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत रिठवां भैरवां गाँव के बहुचर्चित कवि जीवन जिद्दी का कविता पाठ सराहा गया उनके द्वारा पढ़ी गई पंक्तियां...
"जिन्दगी की कहानी सुनाऊँ कहाँ,
दर्द अपने जिगर का बताऊँ कहाँ" को सुनकर लोग भावुक हो गए। संस्था के अध्यक्ष कवि रामवीर सिंह पथिक ,एवं श्रीराम तिवारी "सहज" ने कवि जीवन जिद्दी को अंगवस्त्र, प्रतीक चिन्ह एवम् प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।इसके पहले भी जीवन जिद्दी अनेकों मंच में सम्मानित हुए हैं। इनकी रचनाएं हमेशा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। इनकी अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। जिसमें जीवन गीत गंगा,जीवन गजल बाहर,जीवन काव्य सुमन, मोहन मुस्कान, जीवन कथा कलश, जीवन डगर, प्रेम सुधा हैं।