*कलेवा के समय दूल्हा को आया चक्कर,दुल्हन ने विदाई से किया इंकार, विना दुल्हन के लौटी बारात*
*असोथर/फतेहपुर*
बर,बधू के घरों में महीनों से चल रही शादी की खुशियां एक झटके में काफुर हो गई दोनों पक्षों ने शादी की रस्में पूरी होने के बाद संबंध तोड़ दिया अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेने के बाद अब पूजा,विकास एक दूजे से अलग रहने का निर्णय सुना दिया ।
जानकारी के अनुसार असोथर थाना क्षेत्र के गांव जमलामाऊ निवासी दयाराम अपनी पुत्री पूजा की शादी मलवां कस्बे के रहने वाले रामरूप के लड़के विकास से एक साल पहले पक्की किया था लम्बे इंतजार के बाद जब दोनों परिवारों के यहां सहनाई बजने काअवसर आया और धूमधाम से गाजे बाजे के साथ सहनाई बजी भी लेकिन कलेवा विदाई के समय ऐसी मनहूस घड़ी आई की सब कुछ पलट कर रख दिया सब के चेहरे से शादी की खुशियां फ़ुर्र हो गयी तमाम कोशिशें के बाद भी दुल्हन की विदाई नहीं हो पायी
नियम तिथि समय पर विकास जोश उल्लास के साथ मलवां से बारात लेकर लड़की के दरवाजे पर पहुंचा बरातियों की खूब आव भगत हुई द्वारचार अगवानी के उपरांत शादी संपन्न हुई बर,वधू ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे दिए और एक साथ सुख-दुख में जीने मरने की कसमें खाई इसके बाद दिन में करीब 10बजे जब कालेवा की रस्म चल रही थी कि अचानक दूल्हा चक्कराकर मंडप के नीचे गिर गया जिससे लड़की और लड़का पक्ष में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और दुल्हन पक्ष के लोगों ने लड़की को विदा करने से साफ मना कर दिया मामला असोथर थाने पहुंच गया तब दोनों पक्षों ने संभ्रांत नागरिकों की मध्यस्ता के उपरांत आपसी सहमति से संबंध तोड़ लिया दूल्हा पक्ष ने साढ़े पांचानवे हजार रुपए वापस किया और बधू पक्ष ने चढाव के जेवर,कपड़े लौटा दिये लेन-देन के बाद विना दुल्हन के बाराती मायूस लौट गए थाना प्रभारी विनोद कुमार मौर्य ने बताया कि ऐसी कोई सूचना नहीं मिली जमलामऊ में हर जगह यही चर्चा रही कि अचानक से बेहोशी की घटना घटित नहीं होती तो शायद यह शादी नहीं टूटती