*धड़ल्ले से हो रही हरे पेड़ों की कटान, जिम्मेदार मौन*
*असोथर/ फतेहपुर*
पर्यावरण संतुलित को रखने के लिए जहां एक ओर सरकार वृक्ष लगाने पर जोर दे रही है। वहीं लकड़ी माफिया सरकार के मंसूबों पर पानी फेरकर हरे वृक्षों को काटकर आरा मशीनों पर पहुंच रहे है क्षेत्रीय जनता में लकड़ी माफियाओं के प्रति रोष है। जानकारी के अनुसार असोथर थाना क्षेत्र में वन विभाग और पुलिस की मिली भगत से हरे पेड़ो का कटान जारी है आम और नीम के पेड़ की लकड़ी माफियाओं द्वारा काटी जा रही हैं सातों धरमपुर सहित क्षेत्र मेंअधाधुंध हरे पेड़ो की कटाई की जा रही है सूत्र बताते हैं कि दबंग लकड़ी माफियाओं का दावा है कि वन विभाग और पुलिस को हिस्सा पहुंच जाता है। यह मामला असोथर थाना क्षेत्र के सातों धरमपुर के जूनियर स्कूल के पीछे बाग और पंचायत भवन के निकट सामने आया है। इसी क्रम में एक सप्ताह पहले सराय खालिस स्थित पेट्रोल पंप के पीछे भी हरे महुआ के पेड़ो की कटाई की जा चुकी है। इस प्रकरण पर वन विभाग और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं और पेड़ो की कटाई रोकने और लकड़ी माफियाओं पर मुकदमा दर्ज करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है थाना क्षेत्र अंतर्गत सातों धरमपुर गांव के जूनियर स्कूल और पंचायत भवन के निकट से लगे एक बाग में रविवार को वन विभाग तथा थाना पुलिस की मिलीभगत से ठेकेदार के द्वारा हरे पेड़ो इलेक्ट्रॉनिक आरा चलवा दिया गया। जबकि भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार लगातार वृक्ष लगाकर हरियाली करने के लिए वचनबद्ध है तथा हर वर्ष ग्राम पंचायत, नगर पंचायत के माध्यम से लाखों करोड़ों रुपए के पौधे खरीदकर लगवाए जाते हैं। जिससे की पर्यावरण हरा - भरा बना रहे, लेकिन वहीं लकड़ी माफिया अवैध कटान करके आरा मशीनों पर खुलेआम लकड़ी का व्यापार करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे भला पर्यावरण को हर - भरा बना पाएगी सरकार..? जब उनके ही नुमाइंदे आंख बंद करके पर्यावरण को उजाड़ने में संरक्षण दे रहे हैं। हालांकि स्थानीय पुलिस से बात करने की कोशिश की गई लेकिन बातचीत नहीं हो सकी।
वहीं जब इस मामले पर वन दरोगा ब्रजेश कुमार यादव से फोनिक वार्ता की गई तो कहा कि पेड़ो के काटने का कोई आदेश विभाग द्वारा नहीं जारी किया गया है। अगर ऐसा है तो लकड़ी काटने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।