*छात्र की आत्महत्या में पुलिस कार्यशैली पर उठे सवाल*
प्रेमिका के परिजनों की पिटाई से आहत होकर छात्र की आत्महत्या के मामले में परिजन पुलिस पर छात्र को पीटने के मामले में कार्रवाई न किए जाने का आरोप लग रहे हैं। ओडिशा में रहने वाले छात्र के पिता के लौटने पर रविवार को शव का अंतिम संस्कार किया गया है।
थाना क्षेत्र के केवई गांव करन सिंह का पुत्र अंशुमान सिंह उर्फ हेतल (22) चांदपुर कौंह गांव स्थित स्वर्गीय खेरेप्रसाद विपिन बिहारी महाविद्यालय में बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था। बड़ा भाई हंसराज अहमदाबाद में सॉफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर है। उसका 12 वीं तक साथ पढ़ने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग था। बिंदकी में रहने वाले लड़की के परिजनों ने उसे घर बुलाकर पीटने के बाद बिंदकी कोतवाली को सुपुर्द किया था। पिटाई से आहत छात्र ने शुक्रवार देर रात जहर खा लिया। शनिवार को उसकी से मौत हो गई थी। ओडिसा से लौटे पिता करन सिंह ने बताया कि मारपीट के बाद बिंदकी कोतवाली में पुत्र को पुलिस ने बैठाया था। उनके पक्ष के लोग पुत्र को बिंदकी कोतवाली से लेकर आए थे। पुलिस ने बेटे की पिटाई को लेकर लड़की पक्ष पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की थी। बेटा हर तरह से टूट गया था और आत्मग्लानि में कदम उठा लिया। सभी ने बेटे को गलत मान लिया था। कोतवाल सुनील कुमार सिंह ने बताया कि छात्र के साथ मारपीट बिंदकी में हुई थी, लेकिन मामले में कोई पक्ष उनके पास नहीं आया। कोतवाली लड़के को लाए जाने का आरोप गलत है।