राष्ट्रीय रामायण मेले का हुआ समापन कलाकारों ने खेली फूलों की होली
बांदा। राष्ट्रीय रामायण मेले का भव्य समापन रविवार को पद्म विभूषित तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के हाथों हुआ।रायपुर के पद्म विभूषण भारती बंधु द्वारा भजन गायन,गुरुकुलम् कथक केंद्र संचालिका बाँदा की कथक नृत्यांगना अनुपमा त्रिपाठी ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से कृष्ण के विभिन्न रूपों और गोपियों का कृष्ण के प्रति प्रेम का वर्णन किया उन्होंने प्रस्तुति की शुरुआत एकल नृत्य में चतुरंग जिसमें पारंपरिक बादिशें एवं बोल छूम छननन बाजत पैजानिया इसके पश्चात अनुपमा के निर्देशन में गुरुकुलम् के कलाकारों ने मीराबाई पर आधारित मीरा भक्तिनाद नृत्य नाटिका के माध्यम से दिखाया की भगवान् श्री कृष्ण कोई प्रेमी, कोई बालक, कोई योध्दा तो कोई वैरागी रूप में प्रेम करता है।गिरधर गोपाल शर्मा मथुरा के कलाकारों द्वारा शानदार मयूर नृत्य व फूलों की होली से भाव विभोर हुए।सुजाता केसरी प्रयागराज की टीम द्वारा ढेड़िया नृत्य प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र मेले के कार्यकारी अध्यक्ष प्रक्षांत करवरिया, महामंत्री करुणा शंकर दिवेदी द्वारा कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को संस्कृति विभाग द्वारा सम्मानित किया गया। मंत्री प्रद्युम दुबे लालू और संयुक्त मंत्री मनोज गर्ग द्विवेदी,आशुतोष पाठक,राम प्रताप शुक्ला सहित हज़ारों दर्शक उपस्थित रहे।