पंडित सीताराम के घर जन्मी एक चिंगारी थी
पंडित सीताराम के घर जन्मी एक चिंगारी थी

राष्ट्रीय कवि पंडित सोहनलाल द्विवेदी की जयंती पर आयोजित हुआ कवि सम्मेलन

ओजस्वी वीर रस से ओतप्रोत देश प्रेम की हुई कविताएं

बिंदकी फतेहपुर।राष्ट्रकवि पंडित सोहनलाल द्विवेदी की जयंती के मौके पर आयोजित विशाल कवि सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से आए कवियों ने वीर रस देश प्रेम से ओत प्रोत कविताएं पढ़ कर देश को आजाद कराने वाले वीरों की गाथा सुनाई। कुछ कवियों ने हास्य की रचनाएं सुन कर लोगों को खूब गुदगुदाया और तालियां बटोरी।
नगर के रामलीला मैदान के समीप राष्ट्रकवि पंडित सोहनलाल द्विवेदी पुस्तकालय वाचनालय परिसर में राष्ट्रकवि पंडित सोहनलाल द्विवेदी की जयंती के मौके पर एक विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन बुधवार की रात को हुआ जिसने प्रदेश के विभिन्न कोने-कोने से आए कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़ी मैनपुरी से आए वीर रस के कवि मनोज चौहान ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की वीर गाथा सुने की-- श्री सीताराम के घर जन्मी एक चिंगारी थी, वह चिंगारी जब आग बनी आजादी के संग्राम में, सर पर कफन बांधकर निकला वह सेनानी, अल्प आयु में उसका रोम रोम हुआ बलिदानी। कवि सम्मेलन में उन्नाव जनपद से आए हास्य कवि अनुभव अज्ञानी ने अपनी हास्य की कविताएं सुना कर लोगों को खूब गुदगुदाया और जमकर तालियां बटोरी कवि सम्मेलन में आगरा से आई श्रृंगार रस की कवित्री रुचि चतुर्वेदी, रामनगर से आए हास्य कवि विकास बाकल लखनऊ से आए वीर रस के कवि प्रख्यात मिश्रा बाराबंकी के गीतकार श्रीमती शशि श्रेया कानपुर के कवि विवेक कुमार मिश्रा सीतापुर के हास्य कवि शेखर त्रिपाठी लखनऊ से आए हास्य कवि ललित दीपक ने भी अपनी कविताएं सुन कर खूब तालियां बटोरी कार्यक्रम की संयोजक आकांक्षा द्विवेदी तथा संचालक कमल आग्नेय लखनऊ रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ उप जिला अधिकारी बिंदकी प्रभाकर त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलन करके किया। इस मौके पर तहसीलदार अछिलेश कुमार सिंह के अलावा लोकनाथ पांडे अरुण द्विवेदी मुकेश कुमार द्विवेदी बलराम सिंह चौहान पूरन सिंह रामेश्वर दयाल दयाल अतुल द्विवेदी संगीता तिवारी सोमवती निषाद रचना हुसैन स्वामी ओमर आदि रहे।
टिप्पणियाँ