*नन्हे मुन्ने बाल कलाकारों की सुरमई प्रस्तुतियों से हुआ कार्यशाला का समापन*
फतेहपुर जिले के हरिहर गंज स्थित एक हाल में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश एवं संगीत नाटक अकादमी लखनऊ के तत्वावधान में ॐ शारंगधर कला गंधर्व वेद विद्यापीठ फतेहपुर द्वारा आयोजित कार्यशाला के समापन दिवस पर आज प्रतिभागियों द्वारा दी गई विभिन्न शास्त्रीय, उपशास्त्रीय गायन की प्रस्तुतियां ने अतिथिगणों व श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का प्रारंभ देवार्चन, दीप प्रज्वलन एवं विद्यार्थियों द्वारा गणपति अथर्व शीर्ष के वैदिक पाठ से हुआ। सर्वप्रथम संस्थान के विद्यार्थियों काव्या, आराध्य, रियार्ध, अश्विन, शानवी, आर्या, आराध्या, निशांत एवं ऋषभ द्वारा राग पुरिया धनाश्री व तीन ताल में भारत वंदना प्रस्तुत की गई। अमन, पार्थ, दिव्या, मानसी एवं स्मृति द्वारा राग भूपाली में "जाऊं तोरे चरण कमल" शास्त्रीय बंदिश तथा नैन्सी, प्रज्ञा द्वारा राग भैरवी में "छाँड़ो लंगर मोरी बहियां गहो न" उपशास्त्रीय दादरा की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का समापन दीक्षा पाल, काव्या एवं कोपल द्वारा राग अहीर-भैरव में "मान ले मोरा मनवा तुम, हरि को नाम सुमिर उठी भोरे" बंदिश की प्रस्तुति से हुआ। कार्यक्रमों में तबले पर मनोज तिवारी जी की संगत अत्यंत मनोहर रही। कार्यक्रम में जिले के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ राजीव तिवारी जी, डॉ के पी सिंह जी, सुरेन्द्र सिंह गौतम जी (पूर्व ब्लाक प्रमुख, मलवा), RSS विभाग कार्यवाह ज्ञानेंद्र जी, RSS जिला कार्यवाह सोमदेव जी, आनन्द विक्रम सिंह जी, कुलदीप सिंह भदौरिया जी, उ. प्र. पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय महामंत्री अरुण मिश्रा जी, विवेक मिश्रा जी, पूर्व अध्यक्ष उ. प्र. माध्यमिक शिक्षक संघ करुणा शंकर मिश्रा जी आदि की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को संस्थान की तरफ से प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।