जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न
नियमित गंगा घाटों की साफ सफाई कराये जाने के दिए निर्देश
ग्राम पंचायतों में प्रत्येक माह के तृतीय शुक्रवार को ग्रीन चौपाल का होगा आयोजन
फतेहपुर।जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि नियमित घाटों की साफ सफाई कराई जाय। साथ ही कूड़ा का उठान नियमित कराया जाय। ऐरायां ब्लॉक के नागेश्वर धाम में निर्माणाधीन घाट का निरीक्षण कर यथास्थिति से अवगत कराने के निर्देश डीएफओ को दिए। शासन की मंशानुरूप प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रत्येक माह के तृतीय शुक्रवार को ग्रीन चौपाल का आयोजन किया जाय, साथ ही जिन ग्राम पंचायतों में ग्रीन चौपाल से संबंधित समितियों का गठन शेष है, तो गठित करा लिया जाय। ग्रीन चौपाल एक जनसहभागिता आधारित अभियान है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, गंगा नदी की स्वच्छता एवं जैविक खेती को बढ़ावा देना है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने और स्थानीय लोगों को पर्यावरण गतिविधियों से जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम है। गंगा डिस्ट्रिक्ट फार्फोमेंस मॉनिटरिंग सिस्टम पर विस्तार से चर्चा की और संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष के सितंबर माह के चौथे रविवार को *विश्व नदी* दिवस मनाया जाता है, में वृहद रूप से नदियों एवं उनके संरक्षण के बारे में जागरूकता कराने के निर्देश दिए।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, ई–वेस्ट प्रबंधन, सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम आदि बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक की जब्तीकरण की कार्यवाही संवेदनशीलता के साथ नियमित करने के निर्देश संबंधितो को दिये। व्यापारियों/दुकानदारो को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरूक करे साथ ही कपड़े/जूट के थैले का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन अलग अलग(सुखा/गीला) संवेदनशीता के साथ करते हुए इसका निस्तारण नियमानुसार कराये साथ ही रिपोर्ट से अवगत कराए। उन्होंने कहा कि ई–वेस्ट की श्रेणी के कूड़े के बारे में नागरिकों को जागरूक करे साथ ही एकत्रीकरण की व्यवस्था भी की जाय। जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण सही तरीके से कराये।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में पंजीकृत अस्पताल,पैथोलॉजी व अन्य संस्थान जिनसे मेडिकल वेस्ट निकलता है कि सूची उपलब्ध कराने को कहा एवं जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण करने वाले वाहनों की जीपीएस सहित रिपोर्ट से अवगत कराए।
जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण सही ढंग से कराए एवं अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण सही रूप से हो की निगरानी बनाए रखे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष रोपित किए गए पौधों की फोटो सहित रिपोर्ट से अगली बैठक में संबंधित विभाग अवगत कराए। उन्होंने पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की एवं पर्यावरण एवं गंगा समिति से संबंधित बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की और संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुनील कुमार, जिला विकास अधिकारी, डीएफओ डीसी मनरेगा,डीएसटीओ, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, नामित सदस्य/संयोजक नमामि गंगे शैलेन्द्र शरन सिंपल, खंड विकास अधिकारी, ईओ सहित सम्बंधित उपस्थित रहे।